जिज्ञासा के समाधान हेतु किसी भी नि:संकोच सम्पर्क करने के अपने निर्देश को दोहराया। जिज्ञासा के समाधान हेतु किसी भी नि:संकोच सम्पर्क करने के अपने निर्देश को दोहराया...
“पापा अगर मुझे गलत होना ही होगा तो आप मुझे कब तक रोकेंगे और कहाँ तक मेरे साथ रहेंगे।” “पापा अगर मुझे गलत होना ही होगा तो आप मुझे कब तक रोकेंगे और कहाँ तक मेरे साथ रहे...
क्या पता था कि फिर कभी उससे कुछ बोल भी ना पाऊंगा। क्या पता था कि फिर कभी उससे कुछ बोल भी ना पाऊंगा।
"अरे! मैं यमराज के पास नहीं, बल्कि चाँद के पास जा रहा हूँ", अभिषेक हँसते हुए बोला। "अरे! मैं यमराज के पास नहीं, बल्कि चाँद के पास जा रहा हूँ", अभिषेक हँसते हुए बोल...
बेटा ये सारे वही हैं जिनकी तुम अपने जादू के पिटारे से जरूरत पूरी करती थी। बेटा ये सारे वही हैं जिनकी तुम अपने जादू के पिटारे से जरूरत पूरी करती थी।
दुर्गा को खुश देखती हूँ तो मुझे अपने निर्णय पर गर्व होता है। दुर्गा को खुश देखती हूँ तो मुझे अपने निर्णय पर गर्व होता है।